मंदिर श्री राम तलाई सुधार समिति ने प्रशासन से पंडित पर कार्रवाई की मांग की
अमृतसर, पंजाब। मंदिर श्री राम तलाई सुधार समिति के चेयरमैन केवल किशोर महाजन व प्रधान अनिल अरोड़ा द्वारा समिति के कानूनी सलाहकार विनीत महाजन व प्रसिद्ध वकील संदीप गौरसी के साथ एक प्रैस वार्ता कर मंदिर के अंदर रह रहे पंड़ित विजय शर्मा जोकि अपनी पत्नी सीमा और अपने बहनोई दीपू और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ जूते-चप्पल के साथ मंदिर परिसर में सरे आम घूमते है, जिससे समिति के सदस्यों और भक्तों की धार्मिक भावनाएं आहत पहुंच रही है। उन्होनें आरोप लगाया कि पंड़ित विजय शर्मा व उनके परिवार द्वारा मंदिर में एक गाय रखी हुई थी जिसकी नवंबर 2024 को मृत्यु हो जाने पर उक्त गाय का अंतिम संस्कार करने की बजाय अपने कुछ साथियों को साथ लेकर गाय को मंदिर परिसर के अंदर ही दफना दिया, जिससे मंदिर परिसर को अपवित्र किया गया। उन्होनें कहा कि इस संबधी पंड़ित से बात की तो वह समिति के सदस्यों की बात नहीं सुन रहे व अपनी मनमर्जी अपना रहे है। उन्होनें कहा कि विजय शर्मा और उनके उपरोक्त नामति सहयोगियों द्वारा मंदिर परिसर को अपवित्र करने के संबंध में यह तथ्य 20 दिसंबर को समिति के संज्ञान में आया, जिसके कारण समिति द्वारा 25 दिसंबर 2024 को तत्काल एक बैठक बुलाई और सर्वसम्मति से यह संकल्प लिया गया कि पंडित विजय शर्मा को मंदिर की सेवा से हटा दिया जाएगा व उन्हें उस समय सेवामुक्त कर दिया गया। उन्होनें बताया कि मंदिर के प्रबधंक मंदिर श्री राम तलाई सुधार समिति के वास्तविक नियंत्रण में है। उन्होनें बताया कि यह मंदिर ऐसा ऐतिहासिक स्थान है, जहां पर जिस समय श्री राम जी के पुत्र लव कुश ने श्री हनुमान को बांधा था, तो श्री राम चन्द्र जी अमृतसर आए थे और इस मंदिर के परिसर में रहे थे और इसलिए, इस मंदिर को श्री राम तलाई के नाम से जाना जाता है।
उन्होनें बताया कि सुधार समिति पिछले 30 वर्षों से अधिक समय से उक्त मंदिर का प्रबंधन कर रहा है। उन्होनें बताया उक्त पंड़ित विजय शर्मा द्वारा 25 दिसंबर के बाद मंदिर से जाने की बजाय वहां पर अब कई गायें रख कर डेयरी फार्म बना लिया है, जिसके चलते इस मंदिर में गंदगी की भरमार हो गई है। उन्होनें कहा कि इस संबधी अमृतसर के नगर निगम के कमीश्नर को 18 फरवरी 2025 को एक आवेदन पत्र दिया है, जिसमें मंदिर परिसर में उपरोक्त विजय शर्मा द्वारा चलाए जा रहे अवैध डेयरी फार्म को रोकने का अनुरोध किया गया है, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने कानून के अनुसार प्रतिवादी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होनें बताया कि समिति द्वारा नगर निगम को तीन बार आवेदन दिए जाने के बावजूद निगम का ध्यान इस ओर नही गया कि उक्त विजय शर्मा बिना किसी कानूनी मंजूरी के नगर निगम की सीमा के भीतर एक अवैध डेयरी फार्म चला रहा है तथा नगर निगम अमृतसर कानून के अनुसार उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा इस तरह से कार्य करने से यह पता चलता है कि निगम के अधिकारी किसी राजनीतिक दबाव में उक्त पंड़ित विरुद्ध कार्रवाई करने में अपना लचीलापन दिखा रहे है।
उन्होनें कहा उक्त पंड़ित की ओर से मंदिर की मान मर्यादा को भंग कर रहा जिससे भक्तो व समिति के सदस्यों की भावना को ठेस पहुंचाने वाले कार्य करने संबधी डीजीपी पंजाब, पुलिस कमीश्नर अमृतसर, नगर निगम कमीश्नर व थाना प्रभारी
बी डिजीवन को 18 फरवरी 2025 व 25 मार्च 2025 तथा 8 अप्रैल 2025 को भी शिकायत की गई है परन्तु अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही उक्त अधिकारियों द्वारा नही की गई। उन्होनें मांग की है कि उक्त पंड़ित के खिलाफ पर्चा दर्ज कर अवैध रूप से चलाई जा रही डेयरी फार्म को बंद करवाया जाऐं नही तो जल्द ही वह लोगों को साथ लेकर सड़कों पर उतर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेगें व फिर भी इंसाफ न मिला तो वह हाईकोर्ट का रूख करेगें। इस मौके पर महासचिव अश्वनी महाजन, कैशियर बृज लाल भाटिया, सचिव मनीष महाजन, एडोवोकेट राजेश महाजन, तरूण अरोड़ा, अशोक जोशी सहित कई सदस्य उपस्थित थे। समिति की ओर से लगाये गए उक्त आरोपों के संबधी जब पंडित विजय शर्मा से बात करनी चाही तो उन्होनें कहा कि वह किसी भी मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं करना चाहते।
विक्रम शर्मा
अमृतसर, पंजाब, ब्यूरो रिपोर्ट
समय भारत 24×7